Chahte Shayari In Hindi | चाहते शायरी हिंदी में
Chahte Shayari In Hindi (चाहते शायरी हिंदी में) सम्बंधित हर शायरी पोस्ट के अन्दर है.
Chahte Shayari
चाहते भी हैं चाहते भी नहीं
दोस्ती की नई मिसाल है ये
हम चाहते थे माह ए दरख्शाँ को देखना
उस ने हमें दरीचे से चेहरा दिखा दिया
मिरे सीं दूर क्या चाहते हैं साया ए इश्क
जिते हैं शहर के सियाने हुए हैं दीवाने
चाहते हैं खूब रूयों को असद
आप की सूरत तो देखा चाहिए
जबाँ कर के मुकफ्फल तुम सदाएँ चाहते हो
सजा देते हो पहले फिर दुआएँ चाहते हो
दरिंदे साथ रहना चाहते हैं आदमी के
घना जंगल मकानों तक पहुँचना चाहता है
हम इतना चाहते थे एक दूसरे को जफर
मैं उस की और वो मेरी मिसाल हो के रहा
दरख्तों पर परिंदे लौट आना चाहते हैं
खिजाँ रुत का गुजर जाना जरूरी हो गया है
ये बरसों का तअल्लुक तोड़ देना चाहते हैं हम
अब अपने आप को भी छोड़ देना चाहते हैं हम
उन की महफिल में जफर लोग मुझे चाहते हैं
वो जो कल कहते थे दीवाना भी सौदाई भी
हम अपने रफ्तगाँ को याद रखना चाहते हैं
दिलों को दर्द से आबाद रखना चाहते हैं
इकरार है कि दिल से तुम्हें चाहते हैं हम
कुछ इस गुनाह की भी सजा है तुम्हारे पास
हम अम्न चाहते हैं मगर जुल्म के खिलाफ
गर जंग लाजमी है तो फिर जंग ही सही
अच्छों को तो सब ही चाहते हैं
है कोई कि मैं बहुत बुरा हूँ
हम उस के जब्र का किस्सा तमाम चाहते हैं
और उस की तेग हमारा जवाल चाहती है
कभी कभी अर्ज ए गम की खातिर हम इक बहाना भी चाहते हैं
जब आँसुओं से भरी हों आँखें तो मुस्कुराना भी चाहते हैं
कुछ कहना चाहते थे कि खामोश हो गए
दस्तार याद आ गई सर याद आ गया
जम्हूरियत का दर्स अगर चाहते हैं आप
कोई भी साया दार शजर देख लीजिए
कुछ वक्त चाहते थे कि सोचें तिरे लिए
तू ने वो वक्त हम को जमाने नहीं दिया
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